पहाड़ों मे ट्रैफिक जाम
"हुस्न पहाड़ों का, क्या कहना कि बारहों महीने यहाँ मौसम जाड़ों का" ये फिल्मी गाने कभी हकीकत हुआ करते थे पर अब किस्से कहानियों का हिस्सा बनकर रह गये हैं।"आओगे जब तुम साजना, अंगना फ...
समसामयिक विषयों का विश्लेषण, ग्रामीण अंचल की किस्सा कहानी और पुस्तक समीक्षा