चार्जशीट

सच्ची घटनाओं पर आधारित वेब सीरीज़ की श्रृंखला मे  'चार्जशीट- द शटलकॉक मर्डर' की कहानी 1980 के दशक के फेमस बैटमिंटन खिलाड़ी के लखनऊ मे हुए मर्डर केस की सच्ची घटना से प्रेरित है। सैयद मोदी सात बार लगातार नेशनल चैंपियन रहे है और इसको के डी सिंह बाबू स्टेडियम के सामने ही गोली मार दी जाती है। आम घटनाओं से विपरीत इसे तत्काल ही सीबीआई को सौंप दिया जाता है । सीबीआई का आरोप था कि अमेठी के राजा संजय सिंह, सैयद मोदी की पत्नी अमिता मोदी और नेता अखिलेश सिंह ने सैयद मोदी के मर्डर की साजिश रची थी।बताया जाता है कि सैयद मोदी, अमिता मोदी और संजय सिंह के बीच गहरी दोस्ती थी।इसी दोस्ती की वजह से संजय सिंह और सैयद मोदी का परिवार एक दूसरे के बेहद करीब भी आ गया था,लेकिन सैयद मोदी के कत्ल के बाद खेल, राजनीति और रिश्तों की एक उलझी हुई कहानी सामने आ रही थी।सीबीआई का आरोप था कि संजय सिंह और अमिता मोदी के बीच पनप रहा संबंध ही सैयद मोदी के मर्डर की वजह बना।
सीबीआई का कहना था कि संजय सिंह ने ही सैयद मोदी की हत्या के लिए अपने साथी अखिलेश सिंह की मदद ली. उन्हें मारने के लिए भाड़े के हत्यारे भेजे थे। अदालत में संजय सिंह की तरफ से दिग्गज वकील राम जेठमलानी ने मोर्चा संभाला था। इसके बाद राजनीति, खेल और रिश्तों में उलझी हुई एक कानूनी जंग छिड़ गई थी।
  लेकिन बेवसीरिज मे सैयद मोदी की कहानी को दूसरे तरीके से रचा बुना गया है जिसमे टेबल टेनिस खिलाड़ी हैं और सभी पात्रों के नाम बदले हुए हैं । इसके बावजूद जिसने भी सैयद मोदी हत्याकांड को जाना है या पढ़ा है, वह सीरीज के पात्रों मे सैयद मोदी, संजय सिंह अमिता मोदी, गरिमा सिंह, वी पी सिंह, राजीव गांधी, सोनिया गांधी, वकील राम जेठमलानी को पहचान जाएगा और एक एक क्राइम सीन, अदालती कार्यवाही, घटना क्रम, जनमोर्चा का गठन, राजीव गांधी- वी पी सिंह विवाद की झलक देख लेगा।  मर्डर- लव- धोखा की स्टोरी चार्जशीट - द शटलकॉक मर्डर के दिलचस्प कहानी को सिकंदर खेर सी बी आइ अधिकारी के दृष्टिकोण से प्रस्तुत किया गया है जिसे उसके शब्दों मे  " बकरा" बनाया गया।  सी बी आई की इस केस मे जबरदस्त हार हुई थी और उसका प्लाट नई दिल्ली मे बुना गया था।।सीरीज में अरुणोदय सिंह जबरदस्त रोल मे हैं, शायद ओरिजनल कैरेक्टर  भी इतना जबरदस्त परफॉर्मेंस नही करता। इसके अतिरिक्त त्रिधा चौधरी, शिव पंडित, सिकंदर खेर, हृषिता भट्ट, अश्विनी कालसेकर, जाकिर हुसैन, किशोरी शहाणे और शक्ति आनंद सभी अपने रोल मे जमे हैं। अदालती बहस के सीन और वकील चोटरानी (जेठमलानी) के रोल मे सतीश कौशिक जबरदस्त है।

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